अर्ज है.....
दर्दकी महफ़िलमे एक शेर हमभी अर्ज किया करते है
ना किसीसे मरहम ना दुआओंकी उम्मीद किया करते है
कई चेहेरे लेकर लोग यहा जिया करते है
हम इन आसूओंको तो एक चेहेरेके लिये पिया करते है
(From the internet)
Thursday, September 8, 2011
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